कोई फ़रक नही पडता हुजुम में
शमिल रहने या नही रहने से
आपको तो मतलब है बस
केवल शहद से
भला मक्खियां आप कैसे निगले ?
नजरों में आपकी एक गडबडी जो है
वह भी यूं ही तो नही है
केवल गड्ढा दीखता है आपको
और
गड्ढें के पास ही पडी
खोदी गयी मिट्टी की ढेरी
नही दीखता आपको
ठोकरों से जिसे अंधे भी देख लेते है
नजरों में आपकी एक गडबडी जो है
------------शिव शम्भु शर्मा ।
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