.बेशुमार कविताएंऔरपुरस्कृत कवि… क्या करुं मै इनका ?! कविता के नाम पर जो उबाऊपन परोसा जा रहा है, उस पर अच्छा कटाक्ष किया है आपने शिव शम्भु शर्मा जी ! शायद आपके ब्लॉग तक पहली बार पहुंचा हूं …अच्छा लगा यहां आ'कर …कुछ पुरानी पोस्ट्स भी देखी … शुभकामनाओं सहित… राजेन्द्र स्वर्णकार
.
ReplyDeleteबेशुमार कविताएं
और
पुरस्कृत कवि…
क्या करुं मै इनका ?!
कविता के नाम पर जो उबाऊपन परोसा जा रहा है, उस पर अच्छा कटाक्ष किया है आपने शिव शम्भु शर्मा जी !
शायद आपके ब्लॉग तक पहली बार पहुंचा हूं …
अच्छा लगा यहां आ'कर …
कुछ पुरानी पोस्ट्स भी देखी …
शुभकामनाओं सहित…
राजेन्द्र स्वर्णकार