बेगानी शादियों में दीवानें
इस देश में अबदुल्लें बहुत है
रोज चींखती है यहां औरतें
इस देश में छल्लें बहुत हैं
रोज लुटती है यहां अस्मतें
इस देश में मुछल्लें बहुत हैं
रोज बिकती हैं यहां बेबशें
इस देश में दल्लें बहुत हैं
हर साल घुस आता है चीन
इस देश में गुरिल्लें बहुत है
मंत्रियों को फ़ुर्सत कहां कि देखे
इस देश में लालुलल्लें बहुत हैं
रोज मरतें हैं यहां कई भूखें
इस देश में (अनाजों के) गल्लें बहुत हैं
लिखते रहें है लिखनेवाले लिखें
इस देश में चोरों के वल्ले-वल्ले बहुत है
खाने को रोटी नही न तन पर कपडें
इस देश में क्रिकेट कें निठल्ले बहुत है
हम ही क्यो आंसु बहाए और रोए
यारो चलो हम भी मस्त रहे
इस देश में रसगुल्लें बहुत है ।
-----------------------शिव शम्भु शर्मा ।
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